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एनएचआरसी ने की किट भुवनेश्वर में दूसरी नेपाली छात्रा की मौत के मामले में स्वतः संज्ञान लिया

Bharat Samvad:

भुवनेश्वर, 2 मई — कलिंगा इंस्टिट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी (केआईआईटी), भुवनेश्वर में एक और नेपाली छात्रा की संदिग्ध आत्महत्या के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने स्वत: संज्ञान लिया है। यह पिछले एक महीने में इसी विश्वविद्यालय में किसी नेपाली छात्र की मौत की दूसरी घटना है।

एनएचआरसी सदस्य प्रियंक कानूनगो ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर इस मामले की जानकारी देते हुए चिंता व्यक्त की। उन्होंने लिखा, “कल ओडिशा के केआईआईटी विश्वविद्यालय में एक और नेपाली छात्रा ने आत्महत्या कर ली। पिछले महीने भी इसी तरह की एक घटना घटी थी, जिस पर एनएचआरसी ने जांच कर सिफारिशें जारी की थीं और छात्र सुरक्षा सुनिश्चित करने में प्रक्रियागत खामियों की ओर इशारा किया था। हालांकि, विश्वविद्यालय ने आयोग की सिफारिशों को ओडिशा हाईकोर्ट में चुनौती दी, और कोर्ट ने उन सिफारिशों पर स्थगनादेश जारी कर दिया। हम हालिया घटना का भी संज्ञान ले रहे हैं।”

इससे पहले आयोग द्वारा की गई जांच में यह सामने आया था कि छात्र सुरक्षा को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से गंभीर प्रक्रियागत चूक हुई है। आयोग ने इस पर कुछ सिफारिशें भी जारी की थीं, लेकिन केआईआईटी प्रशासन ने उन्हें उच्च न्यायालय में चुनौती दी थी।

यह भी आरोप लगाए गए थे कि पहली घटना के बाद जब छात्रों ने न्याय की मांग की, तो उन्हें विश्वविद्यालय प्रशासन के दबाव का सामना करना पड़ा।

दूसरी छात्रा की मौत के बाद एक बार फिर निजी विश्वविद्यालयों में पढ़ाई कर रहे छात्रों की सुरक्षा और अधिकारों को लेकर बहस तेज हो गई है। आयोग ने दोहराया है कि वह छात्रों के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और इस मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी।

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