जयपुर, 2 मई 2025 — राजस्थान के जैसलमेर से एक बड़े सुरक्षा खतरे को समय रहते निष्क्रिय कर दिया गया है। भारतीय खुफिया एजेंसियों ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) के लिए जासूसी कर रहे पठान खान को गिरफ्तार किया है। उसे गुरुवार, 1 मई को आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम, 1923 के तहत गिरफ्तार किया गया।
पठान खान पर आरोप है कि वह भारतीय सेना की संवेदनशील गतिविधियों, स्थानों की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया व अन्य माध्यमों से पाकिस्तान भेज रहा था। जांच में सामने आया कि उसे यह कार्यभार आईएसआई के एक अधिकारी ने सौंपा था, और वह भारतीय सिम कार्ड का उपयोग करके सूचनाओं का आदान-प्रदान करता था।
सूत्रों के अनुसार, खान को पहले भी एक महीने पूर्व संदिग्ध गतिविधियों के चलते हिरासत में लिया गया था। प्रारंभिक पूछताछ में उसके उत्तर संदिग्ध पाए गए, जिसके बाद उसे जयपुर ले जाकर गहन पूछताछ की गई। पूछताछ में खुलासा हुआ कि वह लंबे समय से भारत की गुप्त जानकारियाँ पाकिस्तान भेज रहा था।
जांच में यह भी पता चला है कि पठान खान वर्ष 2019 में पाकिस्तान गया था, जहाँ उसके कई रिश्तेदार रहते हैं। एजेंसियों को संदेह है कि उसी यात्रा के दौरान वह आईएसआई के संपर्क में आया और बाद में जासूसी गतिविधियों में संलिप्त हो गया।
गोपनीय जानकारी के अनुसार, पठान खान ने सेना की तैनाती और मूवमेंट से जुड़ी जानकारियाँ, खासतौर से जैसलमेर बॉर्डर क्षेत्र की, पाकिस्तान को भेजी थीं। जांच एजेंसियों का मानना है कि पूछताछ में और भी कई अहम खुलासे हो सकते हैं, जिसमें यह भी पता चलेगा कि उसके नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल थे।
यह गिरफ्तारी ऐसे समय में हुई है जब हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। ऐसे में यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से अत्यंत गंभीर माना जा रहा है।
फिलहाल पठान खान से पूछताछ जारी है और खुफिया एजेंसियाँ उसके पूरे नेटवर्क और संपर्क सूत्रों का पता लगाने में जुटी हैं।